Thursday, November 20, 2008

राम कहो आडवानी जी

चुनाव जीतने के लिए हमारे देश के नेता क्या क्या कर सकते है इसकी कल्पना करना मुश्किल है। भाजपा के लोग तो पागल से हो गए लगते हैं। अब दंगों का बचाव करते करते वे सुरक्षा एजेंसियों पर उंगली उठाने लगे हैं। हकीकत सबको पता है लेकिन साली ये चुनाव चीज़ ही ऐसीहै जो कुकर्म न कराये वही कम है। दिल्ली में तो कांग्रेस की जीत तय है, राजस्थान के बारे में तक़रीबन भाजपा हार रही है, मध्य प्रदेश में गुटबाजी उसे डूबा सकती है रही बात छत्तीसगढ़ की तो वहां भाजपा नहीं रमन सिंह जीत सकते हैं। इतने स्टेट में चुनाव हार जाने की चिंता ने आडवानी जी को पागल कर दिया है। इसके अलावा अब बाजपयी जइसा कोई करिश्मा भी नहीं बचा और प्रमोद महाजन जैसा जुगाडू भी नहीं, आडवानी जी को तो पीएम की कुसी डोर खिसकती हुई नज़र आ रही है, भइया पागल क्यों नहीं होंगे?