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a city of joy and prosperity
Sunday, July 20, 2008
a city of joy and prosperity
ये शहर सिर्फ़ बिहार का एक शहर नहीं बल्कि सपनो को पुरा करने का एक जरिया है
हम यहाँ पैदा हुए यह हमारी खुसकिस्मती है
इस शहर ने हमें क्या कुछ नहीं दिया
बड़ी तमन्ना है की हम भी शहर को कुछ दें
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कितना व्यावहारिक है ज़माना
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कुछ काम की बातें
बहुत कुछ है दिल में पर कहने में झिझक होती है
सिर्फ गाली ना दीजिये कुछ कीजिये जनाब
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